कैंसर जैसी गंभीर बीमारी जिसका इलाज भारत में महंगा होने के कारण आम आदमी की पहुंच से दूर और बेहद तकलीफदेह माना जाता हैं। 



ऐसा देखा गया है कि जैसे-जैसे कैंसर अपने अंतिम स्टेज पर पहुंचता है वैसे-वैसे यह रोगी को असहनीय पीड़ा देने लगता है वहीं दूसरी ओर कैंसर पेंशेट को सर्जरी, कीमोथैरेपी और रेडिएशन जैसे तमाम इलाज तो दिए जाते हैं पर एक स्टेज पर आकर यह सभी इलाज असहाय से नज़र आते हैं।


पर अब कैंसर रोगी को असहनीय दर्द से गुज़रना नहीं पड़ेगा क्योंकि भारत में एक ऐसी दवा का निर्माण हो चुका है जो कैंसर रोगियों के दर्द पर सीधा प्रहार कर उसे समाप्त कर देगा।

यहां हम बात कर रहे हैं इलेक्ट्रो होम्योपेथी की दवा ‘गैंग्रीनॉल फोर्ट’ की जो कैंसर  मरीज़ों को होने वाले असहनीय दर्द और ट्यूमर के सूजन को मरीज़ की प्राण उर्जा के अनुसार 40 से 100 से फीसदी तक घटा देती है। ‘गैंग्रीनॉल फोर्ट’  पूर्णतः प्राकृतिक दवा है जो केवल पौधों का प्रयोग कर निर्मित की गई है।

ईएचपी दवा ‘गैंग्रीनॉल फोर्ट’ को बनाया है सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. के. पी. सिन्हा ने जो निरन्तर 50 वर्षो से इलेक्ट्रो होम्योपैथी के माध्यम से न केवल कैंसर बल्कि पोलियो, पक्षाघात, एड्स, गठिया, जैसी बीमारियों का सफलतापूर्वक इलाज करते आ रहे हैं। 

ईएचपी. दवा गैग्रीनॉल फोर्ट के कैंसर पर चमत्कारी असर के प्रत्यदर्शी स्वयं भारत के पूर्व स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे रहे जिन्होंने अपने निकटतम परिजनों के साथ-साथ हज़ारों मरीज़ों पर इस दवा केे प्रयोग को स्वयं देखा। 

                                               

मंत्री जी के परिजन गले के कैंसर से पीड़ित थे और इसकी अंतिम स्टेज से असहनीय दर्द से जूझ रहे थे वह न तो कुछ बोल पा रहे थे और न ही कुछ खा पा रहे थे। मुंम्बई के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, दिल्ली के विख्यात कैंसर स्पेशलिस्ट और टेक्सास यूनिवर्सिटी के एम. डी. एंडरसन कैंसर सेंटर के सम्मानित रिसर्च प्रोफेसर डॉ. सेन पाठक भी इस केस में उम्मीद खो चुके थे और मंत्री जी के परिजन को 2 से 3 दिन का मेहमान बताकर हाथ खड़े कर चुके थे। पर कहते हैं न कि उम्मीद का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए। इसी पर अमल करते हुए माननीय मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे जी ने सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डॉ. के. पी सिन्हा को यह केस सौंपा। डॉ. के. पी. सिन्हा अपने पुत्र सिन्हा डॉ. प्रभात कुमार सिन्हा (इलेक्ट्रो होम्यो अनुसंधान केन्द्र के उप निदेशक ) के साथ दिल्ली स्थित अवास पहुंचे और उनके परिजन को गैग्रीनॉल फोर्ट दवा देकर मात्र 20 मिनट में दर्द से राहत पहुंचाई वहीं उनका गले का ट्यूमर भी करीब 75 प्रतिशत घट चुका था वह अब बैठकर अपनी बात लिखकर बताने लगे थे। यह दृश्य देकर पूर्व स्वास्थ्य राज्य मंत्री अचम्भित रह गए। अगले दिन सुबह मंत्री जी ने डॉ. सेन पाठक सहित सभी कैंसर स्पेशलिस्टों को अपने आवास बुलाकर अपने परिजन की स्थिति दिखाई। जिन्हें उन सभी ने  2 से 3 दिन का मेहमान बताया था वह उनकी आखों के सामने पार्क में टहल रहे थे। इसके ठीक बाद दिल्ली स्टेट कैंसर इन्स्टीट्यूट के तत्कालीन निदेशक डॉ. आर. के. ग्रोवर ने तत्काल बैठक बुलाई जिसमें कैंसर के स्पेशलिस्ट और अमेरिका के एम.डी. एंडरसन कैंसर सेंटर के एमिरेटस प्रोफेसर डॉ. सेन पाठक भी मौजूद थे । इस बैठक में डॉ. के. पी. सिन्हा और डॉ. प्रभात कुमार सिन्हा को भी आमंत्रित किया गया। डॉ. प्रभात कुमार सिन्हा ने इस बैठक में सभी चिकित्सकों को इलेक्ट्रो होम्योपैथी जैसी सुपर साइंस के कॉन्सेप्ट को सभी केे सामने रखा और लाइव डेमो देकर गैग्रीनॉल फोर्ट की औषधीय ताकत से सभी का परिचय कराया। यह सब देखकर वहां बैठे सभी चिकित्सकों ने इलेक्ट्रो होम्योपैथिक मेडिसिन गैंग्रीनॉल फोर्ट की बेजोड़ क्षमता को स्वीकार किया। 


13 फरवरी 2019 को पूर्व स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे जी द्वारा सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसंधान केन्द्र के कैंसर के क्षेत्र में किए जा रहे सराहनीय कार्य एवं ईएचपी दवा ग्रैग्रीनॉल फोर्ट के सफल परिणाम देखते हुए प्रशंसा पत्र जारी किया जिसके अन्तर्गत इलेक्ट्रो होम्योपैथी से संबंधित देशभर में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी, चिकित्सक, एवं संस्थाओं के संरक्षण का दायित्व सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसंधान केन्द्र को सौंपा गया।



वहीं टेक्सास यूनिवर्सिटी एम. डी. एंडरसन कैंसर सेंटर के सम्मानित रिसर्च प्रोफेसर डॉ. सेन पाठक ने 3 अक्टूबर 2021 को इलेक्ट्रो होम्योपैथी को लेकर हैदराबाद में हुई कॉन्फ्रेंस में एक संदेश पत्र के माध्यम से सिन्हा अनुसंधान केन्द्र को कैंसर के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यो को सराहा। साथ ही गैंग्रीनॉल फोर्ट के अविष्कार के लिए साधुवाद दिया और इसके अविश्वसनीय परिणाम के व्यक्तिगत अनुभव को सभी के साथ साझा भी किया।

‘गैंग्रीनॉल फोर्ट’ के प्रयोग से कैंसर के मरीज़ों में सुखद परिणाम देखने को मिल रहे हैं। ‘गैंग्रीनॉल फोर्ट’ सेंट्रल ड्रग रिसर्च इन्स्टीट्यूट लखनऊ द्वारा प्रमाणित  है और वर्तमान में देश के विभन्न राज्यों में यह दवा सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसन्धान केन्द्र के प्रबन्धन में चल रहे कैंसर पेन एंड पैलिएटिव केयर सेंटर्स पर कैंसर मरीज़ों को दी जा रही है।