नेशनल कोआर्डीनेटर (सेहक) डॉ. आनन्द सिन्हा ने बताया कि रायबरेली लोकसभा के प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने इलेक्ट्रोहोम्योपैथी के सम्मान एवं विधान के लिए लगातार वर्ष 2010 से अनेकों सभायें आयोजित करके अपने अन्तिम परिणाम तक तटस्थ रहे, जिसका प्रमाण और परिणाम को नजरन्दाज नहीं किया जा सकता और वह दिन दूर नहीं होगा जब दिल्ली के सदन से सांसद की हैसियत से वह पूरे देश में इलेक्ट्रोहोम्योपैथ चिकित्सकों को धन्यवाद प्रदान करेंगे। डॉ. सिन्हा ने बताया कि वर्ल्ड कैंसर कांग्रेस मार्च 2024 जेएनयू में आयोजित किया गया था, जिसमें 27 देश के चिकित्सक एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहे। जिसमें दिल्ली एम्स के रेडीएशन एंकालाजिस्ट और NCI झज्जर (हरियाणा) के पूर्व प्रमुख डॉ. जी. के. रथ एवं दिल्ली एम्स के बायोकेमेस्ट्री के प्रोफेसर डा० अशोक शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि पचास प्रतिशत कैंसर पर सभी चिकित्सीय पद्धतियों ने मिलकर कार्य किया, शेष पचास प्रतिशत कार्य इलेक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से मिलकर पूर्ण हो सकती है।
मोहना लाल मणि सिन्हा पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर डा० आभा सिन्हा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की हैसियत से कार्य करने वाले पर्यायवरण राज्य मन्त्री अश्वनी कुमार चौबे की प्रेरणा एवं कार्य की प्रशंसा एवं इलेक्ट्रोहोम्योपैथी की दवाओं के परिणाम से मुरीद होकर के जो कदम उठाये गये हैं, वह वास्तव में एतिहासिक एवं चुनौतीपूर्ण था, लेकिन कर दिखाया।
डा० कुलदीप सेन ने बताया कि भारत सरकार द्वारा पहली बार 13 फरवरी 2019 को प्रथम आमन्त्रण इलेक्ट्रोहोम्योपैथिक चिकित्सक की हैसियत से सम्पूर्ण भारत में कार्य करने का अवसर दिया, जो कि एक सराहनीय पहल थी, जिसके कारण हम सभी पच्चीस लाख इलेक्ट्रोहोम्योपैथी परिवार भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट देने का निर्णय लेते हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा० अरूण श्रीवास्तव, डा० राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, डा० राहुल वर्मा, डा० आरबी सिंह राठौर, डा० आरएन विश्वकर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।
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Ok. SEHAK.
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