सेहक तक़रीबन पचास सालों से रियल इलेक्ट्रो होमियोपैथी पर काम कर रहा है। ये एक ऐसा विज्ञान है जो ऊर्जा पर आधारित है और इसका मूल सिद्धांत भी ऊर्जा के सिद्धांत पर ही काम करता है। इलेक्ट्रो होमियोपैथी को सही दिशा देने वाले डॉ. के. पी. सिन्हा जी ने इस पर गहन अध्ययन करने के बाद इसके मूल सिद्धांतों को समझकर उस पर तमाम शोध किये और दुनिया के सबसे गंभीर बीमारी के इलाज़ का निवारण किया। सम्भवत: ये Energy Based Science, था तो बहुत लोगो के पास मगर डॉ. के. पी सिन्हा का दृष्टिकोण बाकि चिकित्सको से भिन्न था और इसलिए GANGRENOL FORTE® जैसी औषिधि बना कर उन्होंने ये साबित कर दिया कि यदि पूरी लगन और ईमानदारी से किसी काम को हाथ में लिया जाये तो वो कभी भी किसी के लिए असंभव नहीं हो सकता।
आइये अब हम ये
समझते है कि गैंग्रीनॉल फोर्ट कैसे बनी और किन मरीजों पर इसका इस्तेमाल किया जाता
है ?
गैंग्रीनॉल फोर्ट आज से करीब 30 साल पहले डॉ. के. पी. सिन्हा द्वारा बनाया गया था जो कि कैंसर पेन को ध्यान में रख कर बनाया गया था। इस औषधि का प्रयोग कैंसर मरीजो के कैंसर दर्द पर किया जाता है जिसका असर मात्र 20 मिनट के अन्दर देखने को मिलता है। मतलब मात्र 20 मिनिट के अन्दर कैंसर मरीज अपने असहनीय दर्द से निजात पा जाते हैं। जब पहली बार इस औषधि का इस्तेमाल कैंसर मरीज पर किया गया था तो उसे 3 जगह Malignant Tumor हुआ था जो की Recurrence केस था।
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| GANGRENOL FORTE MEDICINE |
आपको बात दे की Recurrence का मतलब होता है किसी भी बीमारी का दोबारा लौट आना। करीब एक साल पहले उसके सिर्फ गले में गांठ की सर्जरी हुई थी उसके एक साल बाद गांठ तीन जगह पर लौट आया जिसे मेडिकल टर्म में Recurrence कहा जाता है। इस महिला की स्थिति अच्छी नहीं थी खाना-पीना, घूमना-फिरना सबकुछ बन्द हो गया था और असहनीय दर्द से हर वक्त परेशान रहा करती थी। लेकिन जब उस पर GANGRENOL FORTE® मेडिसिन का इस्तेमाल किया गया तो उसको मात्र 20 मिनट के अन्दर हीं दर्द से निजाद मिल गया साथ ही जो वह एक ग्लास पानी भी पी और एक पैकेट बिस्किट भी खा ली, वो भी बिना किसी तकलीफ के। दरअसल ये मेडिसिन सिर्फ पेन पर ही काम नहीं करती बल्कि यह ट्यूमर को भी Dissolve कर देती है वो भी बेहद ही कम समय में। जब चिकित्सा विज्ञान की दुनिया में जाने मने हस्ती डॉ. सेन पाठक {Distinguished Professor, Department of Genetics, The University of Texas M. D. Anderson Cancer Center, Texas, USA} जी ने इस औषधि का असर देखा तो उन्होंने इसे Pain Killer के साथ साथ ANTI INFLAMMATORY मेडिसिन कहकर पुकारा और जब इस मेडिसिन की टेस्टिंग CDRI में की गई तो इसे सुपर science कहा गया। ये आज के दौर के लिए ऐसा मेडिकल Science एक वरदान है।
रिपोर्ट: Preeti Gupta

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