सैकड़ों कैंसर पीड़ित असहनीय दर्द से पा रहे राहत
इलेक्ट्रो होम्योपैथी एनर्जी पर आधारित चिकित्सा पद्धति हैं जिसके माध्यम से आम जनमानस को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है।
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोगों के होश उड़ जाते है वैसे कैंसर को लाइलाज नहीं कहा जा सकता पर अधिकतर मामलों में सही जानकारी के आभाव में रोगी अत्यंत पीड़ा को भोगता है और अंत में अपने जीवन से हाथ धो बैठता है l
अक्सर यह देखा गया है की रोगी को कैंसर का पता ही तब चलता है जब रोग अपने अंतिम स्टेज पर पहुँच गया होता है उस स्थिति में रोगी को महंगे इलाज के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक वेदना को झेलना पड़ता है और एक समय ऐसा आता है जब उसे कुछ दिनों का मेहमान बता कर अपने जीवन का सूर्यास्त होते देखने के लिए वापस घर भेज दिया जाता है l
इलेक्ट्रो होम्योपैथी कैंसर रोगियों के लिए वह आशा की किरण है जिससे कैंसर का रोगी बिना किसी पीड़ा के अपने जीवन न जाने कितने ही सूर्योदय का खुली बाँहों से स्वागत करता है l
इलेक्ट्रो होम्योपैथी को सुपर साइंस भी कहा जाता है जिसके माध्यम से कैंसर के रोगियों में यह देखा गया है की असहनीय दर्द से कराह रहे कैंसर रोगी को इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवा गैंग्रिनॉल फोर्ट अपने 100 फीसदी प्रभावकारिता दर के साथ 15 से 20 मिनट में दर्द एवं सूजन में राहत पहुंचाती है l
आपको बता दें की इलेक्ट्रो होम्योपैथी एनर्जी पर आधारित चिकित्सा पद्धति हैं जिसके माध्यम से आम जनमानस को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। वर्तमान में देश के कई राज्यों में सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसन्धान केंद्र (SEHAK) द्वारा सम्बन्ध्ता प्राप्त कैंसर पैन एंड पैलिएटिव केयर सेंटर चल रहे हैं जहाँ सैकड़ों कैंसर पीड़ित मरीज असहनीय दर्द से राहत पा रहे हैं l
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