अहम् बैठक में हुई इलेक्ट्रो होम्योपैथी के विकास पर चर्चा 

बुधवार 30 मार्च 2022 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयभारत सरकार द्वारा प्रशंसित सह अनुमति प्राप्त सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसंधान केन्द्र (SEHAK)के गाज़ियाबाद स्थित प्रशासनिक कार्यालय में नवगठित नेशनल एसोसिएशन ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी (NAEHP)) के संदर्भ में अहम बैठक का आयोजन

बुधवार 30 मार्च 2022 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रशंसित सह अनुमति प्राप्त सिन्हा इलेक्ट्रो होम्यो अनुसंधान केन्द्र (SEHAK)के गाज़ियाबाद स्थित प्रशासनिक कार्यालय में नवगठित नेशनल एसोसिएशन ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी (NAEHP)) के संदर्भ में अहम बैठक का आयोजन SEHAK के निदेशक डॉ. के. पी. सिन्हा की अध्यक्षता में हुआ। इस बैठक के मंच का संचालन डॉ. आनन्द सिन्हा (रायबरेली, .प्र.) ने किया।


SEHAK के उप-निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिन्हा ने बैठक को संबोधित करते हुए NAEHP के उद्देश्य एवं भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की साथ ही SEHAK को स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्राप्त प्रशंसा सह अनुमति पत्र को बैठक में सम्मिलित हुए सभी चिकित्सकों के बीच दिखाया। डॉ. प्रभात ने यह प्रश्न भी उठाया कि सरकार EHP की वास्तविकता पहचान रही है और उसे मान भी  रही है तो फिर EHP से संबंधित लोग क्यों डर रहे हैं? IDC के समक्ष पहुँचे चिकित्सक इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धिति के औचित्य को सरकार के समक्ष प्रस्तुत क्यों नहीं कर पाए? जबकि माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा इलेक्ट्रो होम्योपैथी की प्रैक्टिस को मान्य करार दिया है। 

इस बैठक में दिल्ली हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट आनंद दुग्गल भी सम्मिलित हुए और अपने विचार रखते हुए कहा कि उन्होंने SEHAK को भारत सरकार द्वारा प्राप्त वह प्रशंसा सह अनुमति पत्र देखा है जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय ने SEHAK को सम्पूर्ण भारत के इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सकों, अनुसंधानकर्ताओं, परामर्शदाताओं और इस क्षेत्र में हो रही विकास कार्यो की जानकारी देने की संरक्षता प्रदान की है, साथ ही सुप्रीम कोर्ट का वह जजमेंट भी देखा है जिसमें इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सकों की प्रैक्टिस को मान्य बताया गया है। एडवोकेट आनंद दुग्गल ने यह भी कहा कि कानूनी रूप से घबराने की आवश्यकता नहीं है, SEHAK सही दिशा और कानून के अनुरूप कार्य कर रहा है।


SEHAK
के रिसर्च एडवाइज़र डॉ. अभिषेक कुमार सिन्हा ने वहां उपस्थित सभी चिकित्सकों को इलेक्ट्रो होम्योपैथी की वास्तविकता से प्रमाण सहित अवगत कराया। 

इस बैठक में डॉ. जिबरान मुघले (बेलगावी, कर्नाटक) , डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव (प्रयागराज, .प्र.) , डॉ. मनीष प्रभाकर (पटना, बिहार) डॉ. वी. कुमार (कानपुर, .प्र.) , डॉ. अमित सिंह (सतना, .प्र.), डॉ. रामनिवास विशकर्मा (मलीहाबाद, लखनऊ) , डॉ. श्यामदेव प्रसाद (प्रयागराज, .प्र.) , डॉ. ललित गोला (गुरुग्राम, हरियाणा) ने हिस्सा लिया और बैठक में अपने-अपने विचार भी व्यक्त किए।


सभी चिकित्सकों ने शपथ पत्र पढ़कर इलेक्ट्रो होम्योपैथी एवं NAEHP के प्रति अपनी विश्वसनियता का परिचय देकर सदस्यता ग्रहण की और ऐसोसिएशन  को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए भविष्य में एसोसिएशन के तले कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने का विश्वास दिलाया।